अभिनेता का देवता आज हुआ दुनिया से रुखसत,नाच गाने से हटकर माफियाओ साहूकारों की ज़ुल्म ज़्यादती के खिलाफ अपने अभिनय के नये अंदाज़ से देश की गरीब डरपोक जनता में एक नई शक्ति पैदा करने वाले दिलीप कुमार के निधन पर नम हुई करोड़ो आंखे

Breaking News Latest Article

तहलका टुडे टीम
अभिनेता की इज़्ज़त वक़ार दिलो में पिरोने वाले दिलीप कुमार का आज निधन हो गया है. उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी और इसकी वजह से वह अस्पताल में इलाज करवा रहे थे. 30 जून को दिलीप कुमार को हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में एडमिट करवाया गया था. उनकी पत्नी सायरा बानो लगातार फैंस के साथ दिलीप कुमार का हेल्थ अपडेट शेयर कर रही थीं. एक दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि अब दिलीप कुमार की हालत में सुधार है और जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी.

दिलीप कुमार के निधन के साथ ही हिन्दी सिनेमा (Indian Cinema) के एक युग का अंत हो गया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, बॉलीवुड (Bollywood) के दिग्गजों ने दिलीप कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया और इस दिग्गज को अंतिम सलाम किया.

बता दें कि दिलीप कुमार को मुंबई के खार हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दिलीप कुमार के ट्विटर अकाउंट से उनके निधन की पुष्टि भी की गई

इससे पहले दिलीप कुमार 6 जून अस्पताल में भर्ती हुए थे. उस वक्त उन्हें बाइलिटरल प्ल्यूरल इफ्यूजन की दिक्कत हो गई थी और उनके फेफड़ों में पानी भर गया था. 5 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था.

दिलीप कुमार के निधन के बाद बॉलीवुड सेलेब्स सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दुख जाहिर कर रहे हैं. दिलीप साहब के चले जाने से उनके फैंस दुख में डूब गए हैं. पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर है.

दिलीप कुमार अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए ट्रेजडी किंग के नाम से जाने वाले हैं. उन्होंने अपने दौर में शानदार काम किया है जिसकी वजह से वह आज भी सबके दिलों में अपनी जगह बनाए बैठे हैं. दिलीप कुमार के फिल्मी करियर की शुरुआत 1944 में आई फिल्म ज्वार भाटा से हुई थी. हालांकि इस फिल्म ने उन्हें खास पहचान नहीं दिलाई थी. दिलीप कुमार को असली पहचान फिल्म जुगनू से मिली थी. इस फिल्म के बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने इसके बाद राज कपूर के साथ फिल्म अंदाज में काम किया था. यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी.

दिलीप कुमार ने दीदार, देवदास जैसी फिल्म में सीरियस एक्टिंग करके अपनी अलग पहचान बना ली थी. जिसकी वजह से ट्रेजडी किंग कहा जाने लगा था. दिलीप कुमार ने हर जॉनर की फिल्म में काम किया. फिर चाहे राम और श्याम में डबल रोल से सभी को हंसाना हो या सौदागर में उनका निराला अंदाज हो. दिलीप साहब आखिरी बार फिल्म किला में नजर आए थे. इस फिल्म में दिलीप कुमार के साथ अमिताभ बच्चन नजर आए थे. इस फिल्म के रमेश सिप्पी ने बनाया था.

पेशावर का युसुफ जो बन गया बॉलीवुड का ट्रेजेडी किंग

11 दिसंबर, 1922 को ब्रिटिश इंडिया के पेशावर (अब पाकिस्तान में) में जन्मे में दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद युसुफ खान था. युसुफ खान ने अपनी पढ़ाई नासिक में की थी, राज कपूर उनके बचपन में ही दोस्त बन गए थे. मानो वहीं से दिलीप कुमार का सफर बॉलीवुड में शुरू हो गया था. करीब 22 साल की उम्र में ही दिलीप कुमार को पहली फिल्म मिल गई थी. 1944 में उन्होंने फिल्म ‘ज्वार भाटा’ में काम किया था, लेकिन उनकी इस फिल्म की अधिक चर्चा नहीं हो पाई थी.

दिलीप कुमार ने करीब पांच दशक के करियर में 60 के करीब फिल्में की थीं. दिलीप कुमार ने अपने करियर में कई फिल्मों को ठुकरा दिया था, क्योंकि दिलीप कुमार का मानना था कि फिल्में कम हो लेकिन बेहतर हों. लेकिन दिलीप कुमार को मलाल भी रहा था कि वो प्यासा, दीवार में काम नहीं कर पाए थे.

सायरा बानो ने निभाया अंतिम वक्त तक साथ

दिलीप कुमार ने साल 1966 में सायरा बानो से शादी की थी, जो खुद भी एक अभिनेत्री थीं. जब दोनों की शादी हुई तब सायरा बानो, दिलीप कुमार से 22 साल छोटी थीं. दिलीप कुमार ने आसमा साहिबा से भी शादी की थी, हालांकि ये शादी सिर्फ 1983 तक चली थी. लेकिन सायरा बानो के साथ दिलीप कुमार का साथ अंतिम सांस तक बना रहा. सायरा बानो लगातार अस्पताल से दिलीप कुमार के चाहने वालों को उनकी हेल्थ का अपडेट देती रहती थीं.

यादगार फिल्में…

ज्वार भाटा से शुरुआत करने वाले दिलीप कुमार की यादगार फिल्मों में शहीद, मेला, नदिया के पार, बाबुल, फुटपाथ, देवदास, नया दौर, मुगल-ए-आजम, गंगा-जमुना, राम और श्याम, करमा रहीं. दिलीप कुमार की आखिरी फिल्म किला थी, जो 1998 में आई थी.

दिलीप कुमार को भारत सरकार द्वारा कई अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. दिलीप कुमार को पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, पद्म भूषण से नवाज़ा गया था. दिलीप कुमार 2000 से 2006 से राज्यसभा सांसद भी रहे. पाकिस्तान ने भी दिलीप कुमार को अपने सर्वोच्च नागरिक अवॉर्ड से नवाज़ा था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *