नई दिल्ली : मानसूनी बारिश में हुए सुधार से खरीफ फसलों की बुवाई में भी तेजी आई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ फसलों की बुवाई 1,022.87 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 1,027.13 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। चालू खरीफ में जहां धान, तिलहन और गन्ने की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, वहीं दलहन, मोटे अनाज और कपास की बुवाई घटी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू खरीफ में पहली जून से 31 अगस्त तक देशभर में मानसूनी बारिश सामान्य से 6 फीसदी कम हुई है जबकि खरीफ फसलों की बुवाई 0.41 फीसदी पिछे है। पिछले सप्ताह तक बारिश सामान्य से 7 फीसदी कम हुई थी, तथा फसलों की बुवाई 1.28 फीसदी पिछे चल रही थी।
मंत्रालय के अनुसार खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में बढ़कर 369.98 लाख हैक्टेयर में ही चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई 367.88 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। दलहनी फसलों की बुवाई घटकर 132.66 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 136.12 लाख हैक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी थी। खरीफ दलहन में मूंग की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, जबकि उड़द की बुवाई में कमी आई है। अरहर की बुवाई में भी पिछले साल की तुलना में कमी आई है।
– खरीफ तिलहनों की बुवाई चालू खरीफ में बढ़ी है, इनकी बुवाई बढ़कर 171.30 लाख हैक्टेयर में ही चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 167.10 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई चालू सीजन में बढ़कर 111.76 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक सोयाबीन की बुवाई केवल 105.20 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी।
मूंगफली की बुवाई घटकर चालू सीजन में 39.14 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मूंगफली की बुवाई 39.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। केस्टर सीड की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 5.07 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 5.85 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। शीसम सीड की बुवाई पिछले साल के 13.47 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 13.58 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
वहीं दूसरी ओर मोटे अनाजों की बुवाई भी पिछड़ कर चालू खरीफ में अभी तक 172.31 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक मोटे अनाजों की बुवाई 179.21 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में मक्का की बुवाई चालू सीजन में 77.83 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल के 77.94 लाख हैक्टेयर से थोड़ी कम है।
बाजरा की बुवाई चालू सीजन में घटकर अभी तक केवल 64.69 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 70.15 लाख हैक्टेयर में बाजरा की बुवाई हो चुकी थी।ज्वार की बुवाई चालू खरीफ में पिछले साल के 17.25 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 17.61 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। रागी की बुवाई पिछले साल के 9.10 लाख हैक्टेयर से घटकर 7.54 लाख हैक्टेयर में ही हुई है।
कपास की बुवाई घटी, गन्ने की बढ़ी
कपास की बुवाई भी चालू खरीफ सीजन में 1.85 फीसदी पिछे चल रही है। अभी तक देशभर में कपास की बुवाई केवल 117.66 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 119.88 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। गन्ने की बुवाई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 51.94 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक गन्ने की बुवाई 49.86 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी।