मुख्यमंत्री की चौपाल: अमरोहा में खुलकर बोले ग्रामीण, ध्यान से सुना सीएम ने

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अमरोहा । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अमरोहा जिले के सैदनगली में ग्रामीणों को तरक्की के लिए सरकार के सहयोग के साथ स्वावलंबन का मंत्र दिया। चौपाल में उन्होंने जब यह पूछा कि कितने लोग स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए हैं तो केवल तीन महिलाएं खड़ी हुईं और उन्होंने अपने कार्यों के बारे में खुल कर बताया। इस पर मुख्यमंत्री ने लोगों को स्वावलंबन के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि अपनी तरक्की के लिए खुद भी कदम आगे बढ़ाने होंगे, केवल सरकार के सहारे बैठने से ही कुछ नहीं होगा।

लगभग सवा घंटे तक चली चौपाल में जनता ने भी अपने द्वार आए मुख्यमंत्री से खुलकर अपने मन की बात की। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने में आने वाली कठिनाइयों की चर्चा करने के साथ भ्रष्टाचार की शिकायत तक कर दी। ब्यूरोक्रेसी की बाड़ तोड़कर योगी ने सबकी सुनी और दृढ़ शब्दों में भरोसा दिया कि जनता की अनदेखी करने वालों की खैर नहीं होगी।

गुरुवार को निर्धारित कार्यक्रम से लगभग पांच घंटे विलंब से शाम चार बजे मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से अमरोहा के हसनपुर स्थित नुमाइश ग्राउंड पर पहुंचे। वहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया तथा 37 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इसके बाद नगरपालिका के हाल में अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने मंडी समिति में गेहूं क्रय केंद्र एवं दि सहकारी चीनी मिल गजरौला-हसनपुर का निरीक्षण किया, जहां सब कुछ ठीक-ठाक मिला।

लगभग छह बजे वे सैदनगली के सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में पहुंचे, जहां उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई थी। थोड़ी देर रुकने के बाद वह सीधे राधा स्वामी सत्संग भवन के परिसर में पहुंचे, जहां चौपाल में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी। मंच पर सफेद गद्दे पर जिले के मंत्रियों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ योगी पालथी मारकर बैठ गए। उन्हें जमीन पर बैठा देख भीड़ ने योगी जिंदाबाद के नारे लगाए। फिर शुरू हुआ जनता से योगी के संवाद का सिलसिला। माइक संभालते ही मुख्यमंत्री ने जनता से पूछा कि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं।

उनके कहने पर कुछ ने हाथ उठाकर लाभ मिलने की हामी भरी तो कुछ ने लाभ से वंचित रहने की जानकारी दी। योगी ने संबंधित अधिकारियों को मंच पर बुलाया और निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अंदर कैंप लगाकर ग्रामीणों को योजना का लाभ दें। दरअसल मुख्यमंत्री के रात्रि प्रवास, चौपाल एवं भोजन के लिए जिन दो गांवों को चुना गया था उसके पीछे वहां का सामाजिक समीकरण प्रमुख कारण था। सैदनगली जहां मुस्लिम बहुल है, वहीं मेहंदीपुर में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या अधिक है।

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम निर्धारित होने के साथ ही ये दोनों गांव न सिर्फ प्रशासनिक गतिविधियों के केंद्र बिंदु बने थे, बल्कि सियासी पंडितों की दिलचस्पी भी यहां लगी थी। इन दोनों गांवों का इसका लाभ भी खूब मिला। खासकर मेहंदीपुर की तो सूरत ही बदल गई। पिछले एक सप्ताह से चर्चा में रहे इस गांव का हर आम-ओ-खास इस बदलाव से आह्लïादित है। जो काम आजादी के इतने बरस बाद भी नहीं हुआ वह आसानी से तीन-चार दिनों में ही हो गया। गांव से योगी ने सियासी लक्ष्य साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सैदनगली में चौपाल लगाकर उन्होंने संवाद सबसे किया। जनता को योगी का यह अंदाज पसंद आया। इसीलिए कभी तालियां बजीं तो कभी जिंदाबाद के नारे लगे।

सपा और बसपा के कार्ड की काट तलाशी : चौपाल के बाद मुख्यमंत्री का फोकस अनुसूचित जाति बहुल गांव मेहंदीपुर पर ही रहा। यहां उन्होंने एक तरह से सपा-बसपा के दलित कार्ड की काट निकाली। दरअसल प्रतापगढ़ जिले के गांव में अनुसूचित जाति के प्रधान के घर योगी के भोजन करने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने यह कहते हुए तंज कसा था कि योगी का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है.., उनके लिए भोजन सामग्री एवं बर्तन आदि की व्यवस्था बाहर से की जाती है। मेहंदीपुर में योगी ने महिला ग्राम प्रधान प्रियंका के घर से मायावती सहित उन सभी विपक्षियों को करारा जवाब भेजा, जो उनके प्रेम को दिखावा बता रहे हैं। प्रियंका बेहद साधारण परिवार से हैं। योगी ने उनके घर पर उनकी रसोई में बना भोजन ग्रहण किया।

योगी के लिए बनाया रोटी दाल के साथ तोरई, लौकी व परमल की सब्जी

ग्राम प्रधान प्रियंका ने महज पांचवीं तक की शिक्षा हासिल की है, लेकिन अतिथि सत्कार में उनका कोई सानी नहीं है। प्रियंका ने घर आए खास मेहमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अपने हाथ से भोजन बनाया और पति के साथ मिलकर परोसा भी। तोरई, लौकी एवं परमल की सब्जी के साथ अरहर की दाल, रोटी और चावल तैयार किया। सलाद एवं रायता भी बनाया। इस परिवार के बीच पहुंचे योगी ने पूर्व निर्धारित कुल 35 मिनट के कार्यक्रम से अधिक समय दिया। भोजन ग्रहण कर तारीफ भी की।

इंटर कालेज के कक्ष में किया रात्रि विश्राम : योगी ने मेहंदीपुर से लगभग एक किमी दूर सैदनगली गांव के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के जिस कक्ष में रात्रि विश्राम किया, वह 12 गुणे 10 का है। कमरे में पंखा के अलावा एक छोटा कूलर लगा था। सोने के लिए तख्त डाला गया था, जिस पर गद्दा और चादर की व्यवस्था थी।

किसानों के एकमुश्त समाधान योजना आज से शुरू

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के किसानों के बिजली सरचार्ज माफ करने की घोषणा की। बोले कि ओटीएस (एकमुश्त समाधान) योजना आज से शुरू होगी। किसानों से कहा कि सरकार का सहयोग करो, सरकार आपका सहयोग करेगी। सामूहिक विवाह समारोह फिर से होंगे। पूर्व की सरकार में जो उद्योग बंद हो गए थे, उनको चालू करवाया जाएगा। जब तक किसानों का गन्ना खेतों में है, मिलों को चलवाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार शाम हसनपुर में ग्राम स्वराज्य सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पांच ग्राम प्रधानों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। देरी से आने के लिए माफी मांगते हुए कुशीनगर हादसे का जिक्र किया। बोले गांवों को विकास से जोडऩा है। इसलिए यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि नौकरियों के लिए युवा सड़कों पर दौड़ते थे। अब भर्ती के लिए दौड़ रहे हैं। 1.62 लाख पुलिस और 1.35 लाख शिक्षकों की भर्ती जल्द करेंगे। नौकरी में रिश्वत और भ्रष्टाचार करने वालों को जेल होगी और संपत्ति जब्त होगी। उन्होंने बताया कि अगले साल हसनपुर चीनी मिल का विस्तारीकरण कराया जाएगा।

शोक में स्वागत नहीं किया स्वीकार

अमरोहा के मेहंदीपुर गांव में रात्रि विश्राम करने के लिए आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मूंढापांडे हवाई पट्टी पर तीन बजकर 35 मिनट में उतरे। हालांकि इस दौरान सीएम कुशीनगर घटना के चलते किसी स्वागत प्रोटोकाल को स्वीकार नही किया। हवाई पट्टी में सीएम ने गार्ड सलामी भी नहीं ली। वह विमान से उतरकर सीधे हेलीकाप्टर में बैठने के लिए पहुंच गए। चलते-चलते उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अफसरों से मुलाकात की।

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