तहलका टुडे टीम
लखनऊ-एक बाप की परिवार पालने के लगाई गई दुकान पर पुलिस का कहर देखा मासूम का तड़पना गाड़ी पे सर मारना पूरे प्रदेश में जिसने भी वीडियो देखा गया तड़प,सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी गये तड़प आंखों से बेटी की बाप का मंजर देखकर उनके आंसू निकल पढ़े, फिर क्या था बुलंदशहर का प्रशासन था व्यापारी रिहा हुआ और बच्ची से मोहब्बत की नदियां बहाने लगा।
ये था पूरा मामला
आपको बता दें कि पटाखा बैन होने के बाद भी खुर्जा कोतवाली नगर के मुड़ाखेड़ा रोड पर दुकान पर पटाखा बेचने की सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ दुकानदारों की तीखी नोकझोंक हो गई और दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और अपनी गाड़ी में बैठा लिया. इस दुकानदार को छुड़ाने के लिए उसकी मासूम बेटी पुलिस की गाड़ी पर सर पटकती रही, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और ना ही पुलिस जीप में ड्राइवर सीट पर बैठे सिपाही ने सर पटकने से बच्ची को रोकने की जहमत तक नहीं उठाई, बल्कि एक पुलिसकर्मी बच्ची को पुलिस जीप से अलग करने के लिए खींचता दिखाई दे दिया. बच्ची रोती पीटती रही, अपने पिता को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मियों से गुहार लगाती रही लेकिन बुलंदशहर पुलिस का दिल तक नहीं पसीजा, जबकि पिता ने कोई इतना बड़ा गुनाह नहीं किया कि बच्ची की पुकार ना सुनी जा सके.
घर पहुंचे अधिकारी और बच्ची को मिठाई खिलाई
सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो के बाद एसएसपी संतोष कुमार सिंह हरकत में आये और हेड कॉन्स्टेबल ब्रजवीर को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं, जब पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को अपनी गलती का एहसास हुआ तो खुर्जा एसडीएम व सीओ सिटी मासूम बच्ची के घर दीपावली का त्योहार मनाने पहुंचे और बच्ची के घर में दीया जलाया और कुछ समय बच्ची के साथ बिताया ताकि मासूम के दिल दिमाग से पुलिस के प्रति गलत संदेश न जाए. वहीं, सीओ सिटी ने बताया बच्ची के पिता जो आतिशबाजी बेच रहा था, उसको कुछ देर बाद ही थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया था. पूरे मामले में पुलिस से संवेदनशील व मानवीय व्यवहार अपेक्षित था जो उस समय नहीं दिखाई दिया था. बच्ची के दिल दिमाग पर पुलिस प्रशासन के प्रति गलत संदेश नहीं जाए इसलिए हम लोग बच्चे के घर आए हैं और त्योहार सेलिब्रेट किया.
दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई
इस मामले में मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने ट्वीट करते हुये लिखा कि ”माननीय मुख्यमंत्री योगी जी ने बुलंदशहर की घटना को बेहद संवेदनशीलता से लेते हुए ना सिर्फ पटाखा कारोबारी को तत्काल रिहा कराया, बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों उनके व उनकी मासूम बेटी के लिए दीपावली के उपहार व मिठाइयां भी भिजवांईं, दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख़्त कार्रवाई कर दी गई है”.