संयुक्त राष्ट्र । संयुक्त राष्ट्र संघ के एक अध्ययन में सामने आया है कि भारत उन नौ सबसे अधिक आबादी वाले देशों में शामिल है, जहां ग्लोबल वार्मिंग के चलते स्वास्थ्य तथा जलवायु को खतरा बना हुआ है।
‘सस्टेनेबल एनर्जी फॉर ऑल‘ (एसई फॉर एएलएल) की कल जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि उद्योगपतियों, सरकारों और वित्तपोषकों को सभी के लिए टिकाऊ शीतलन समाधान प्रदान करने से मिलने वाली उत्पादकता,
रोजगार और वृद्धि लाभ सहित विशाल वाणिज्यिक तथा आर्थिक अवसरों का आकलन करने एवं उस पर कार्य करने में सहयोग करना चाहिए। ‘‘चिलिंग प्रोस्पेक्ट: सस्टेनेबल कूलिंग फॉर ऑल’’ वैश्विक शीतलन की बढ़ती चुनौतियों एवं अवसरों का आकलन करने वाला यह पहला अध्ययन है।