मास्को : भारत और रूस ने साल 2025 तक 50 अरब डॉलर के दोतरफा निवेश का लक्ष्य तय किया है। यह लक्ष्य विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रूस के उपप्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव के बीच हुई बैठक के दौरान तय किया गया, जिसमें विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों और क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की गई।
सुषमा स्वराज ने बोरिसोव के साथ 23वें भारत-रूस अंतरसरकारी तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग आयोग (आईजीआईजीसी-टीईसी) बैठक की सह-अध्यक्षता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2017 में भारत और रूस के बीच का व्यापार 10.17 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है।
उन्होंने कहा, हमने व्यापार बढ़ाने के तरीकों और रास्तों पर चर्चा की, जिसमें व्यापार संतुलन सुनिश्चित करने और बाधाओं को दूर करने पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, दोतरफा निवेश पहले ही 30 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार कर गया है, जिसे हमने साल 2025 तक पूरा करने का तय किया था।
अब हमने साल 2025 तक 50 अरब डॉलर के लक्ष्य को तय किया है। मालूम हो कि यह आयोग विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए संबंधित क्षेत्र के लिए नीतिगत सिफारिश और निर्देश तैयार करता है।
आईआरआईजीसी-टीईसी एक कार्यकारी निकाय है, जिसकी सालाना बैठक होती है, जिसमें द्विपक्षीय सहयोग को लेकर चल रही गतिविधियों की समीक्षा भी की जाती है।