बाराबंकी – संपादक हरि प्रसाद वर्मा ने फ़ेस बुक वाल पर लिखा जब आंख में तकलीफ होती थी तो उसकी जुबा पर एक ही नाम होता था राम चन्दर डॉ आँख वाले । आँखों के मामले में राय पुर वाले डॉ की राय अहम होती थी ।
अपने बप्पा जी की आँख का ऑपरेशन कराने के सिलसिले में 1985 में मेरी पहली मुलाकात डॉ राम चन्द्रा जी से हुई थी । जब डॉ साहब का मतब राम सिंह मार्केट धनोखर बाराबंकी में हुआ करता था । बप्पा श्री की आँख का सफल ऑपरेशन डॉ साहब के हाथों हुआ था । तब से हमारे बप्पा श्री डॉ राम चन्द्रा जी के मुरीद थे और आँखों के मामले में डॉ साहब को आँख दिखाने और वही ऑपरेशन कराने की सलाह लोगों देते रहते थे ।
डॉ राम चन्द्रा जी लगभग तीन दशक तक लोगों की आँखों का ऑपरेशन कर रोशनी देने का काम किया उनके व्यवहार और कार्य में अटूट सेवा भाव की झलक दिखती थी । जब तक धनोखर पर उनका मतब था तो अकसर मुलाकातें हो जाया करती थी लेकिन पल्हरी चौराहा के निकट दवाखाना हो जाने के कारण आना कम हो गया । उस का मूल कारण मेरा ख़ुद का वाहन विहीन होना था ।
मेरे बप्पा श्री ने एक बार फिर डॉ साहब को आँख दिखाने की इच्छा जाहिर की थी तो पल्हरी वाले अस्पताल में लेकर गये लेकिन डॉ चन्द्रा साहब की अनुपस्थिति में डॉ प्रवीन जी को दिखा कर वापस चले गये ।
हाये आज डॉ राम चन्दर साहब आँख वाले 9मार्च 2018 को अंतिम सांस ली और हम सब के बीच नही रहे लेकिन बाराबंकी और आस पास के कई जिलों के लोगों में उनकी यादें लम्बे समय तक शेष रहेगी ।
डॉ राम के निधन सैकड़ो लोगो ने उनके आवास पर जाकर पुरसा दिया,MP प्रियंका रावत,पी एल पुनिया,बेनी प्रसाद वर्मा,अरविंद सिंह गोप,चौधरी अदनान,हाजी शहाब खालिद एडवोकेट ने दी श्रद्धांजलि