Cm योगी के प्यारे मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी और सूचना निदेशक शिशिर का नया कारनामा

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सूचना विभाग में प्रिंटिंग में कागज की खरीद पर हुए करोड़ो के घोटाले की जांच के दिये आदेश,

बेढंगे साइज़ कागज़ की नई खरीद पर लगी रोक,

Fir,

वसूली की तैयारी,

कागज़ माफियाओ में हड़कंप

तहलका टुडे टीम

लखनऊ-सीएम योगी के अधीन यूपी के सूचना विभाग के प्रिंटिंग कार्यों में बेढंगे साइज के कागज़ खरीद में  विशेष सचिव अमित सिंह के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और सूचना निदेशक शिशिर ने रोक लगाने का महत्वपूर्ण फैसला कर जहां  करोड़ो रूपये के राजस्व को बचाने की मुहिम से कागज़ माफियाओ में हड़कंप मचा दिया है। वही इस व्यवस्था से भृष्टाचार पर लगाम लगाने में ठोस कदम उठाया है, प्रिटिंग प्रेसो का फिर से मानक के अनुरूप पंजीकरण कराने के निर्देश भी दिये है।

उप निदेशक(प्रकाशन) राजेन्द्र पांडेय की दूरंदेशी और ईमानदारी से दशकों से चली आ रही इस कागज़ की बेईमानी से सरकार को करोड़ो का चूना लगाने की गलत परम्परा की रिपोर्ट पर कठोर कदम सरकार ने उठाया है, सूचना विभाग में बीते वर्षों से प्रिंटिंग कार्यो के लिए जरूरी साइज से बड़े कागज की खरीद कर हर वर्ष करोडों का गोलमाल कर कागज सप्लायर को फायदा पहुंचाया जाता रहा है,
लेकिन इस बार मुख्यमंत्री योगी के पास इस तरह की कई शिकायतों  पर सूचना का काम देख रहे ईमानदार विशेष सचिव अमित सिंह ने हड़कंप मचा दिया ताबड़तोड़ बैठकों के बाद अपर मुख्य सचिव, सूचना निदेशक और उप निदेशक(प्रकाशन) ने कठोर कदम उठाते हुए इस गलत परम्परा पर रोक लगा दी,और विभाग द्वारा प्रकाशित होने वाली  किताबो सेवोनेअर का साइज सभी प्रिंटिंग प्रेसों को बताकर कहा कि वो आवश्यक साइज का कागज बताएं जो इसमे उपयोग होगा जिसे विभाग द्वारा उन्हें मुहैया कराया जा सके, इससे स्पष्ट है कि अब पहले की तरह बड़े कागज की सप्लाई कर करोड़ो के गोलमाल के खेल के माहिर कागज सप्लायर के मंसूबो पर इस बार पूरी तरह पानी फिर गया है।
वही दूसरी तरफ़ पिछले सालों में प्रिन्टिंग से बड़ा साइज पेपर लेने की जांच भी बैठाल दी है। जांच आने के बाद कटिंग के नाम पर करोड़ो राशि के भुगतान की वसूली और Fir की भी तैयारी कर ली गयी है वही प्रिंटिंग के लिए दलालो का भी काम खत्म कर दिया गया ।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश की बड़ी प्रेसो को सूचीबद्ध करने के साथ अधिकारियो द्वारा मुआयना, टर्न ओवर ,और बिजली का बिल ,रजिस्ट्रेशन जो उद्योगविभाग, ज़िला अधिकारी,श्रम विभाग,जी एस टी, को भी देखा जायेगा,सब मानको की पूर्ति करने वाले प्रिंटर्स को ही सूचना विभाग में पंजीकृत किया जायेगा,
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी के अमित सिंह सूचना विभाग के घोटालों पर पूरी नज़र रक्खे हुए,पिछले दिनों प्रकाशन से कई अधिकारियो और बाबुओ को हटाया जा चुका है।उन पर कार्यवाही भी चल रही है,कई अपने रसूख लगा कर टिके भी हुए है,लेकिन बेईमान Cm योगी के रडार पर देखे जा रहे है।

कागज़ माफिया अब शासन के साथ प्रमुख सचिव अविनाश अवस्थी,निदेशक शिशिर के अलावा अधिकारियो को पटाने के लिए बेईमान अधिकारियो के ज़रिए डोरे डलवाने में लगे है।वही कई नेता भी इसमें एक्टिव हैं। गोयल और अग्रवाल नाम के अधिकारियो का अपनी बिरादरी के सप्लायरों पर मेहरबानी दिखाने के लिए जायदा दबाव बनाया जा रहा है।

 

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