नई दिल्ली । भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने राष्ट्रीय खेल महासंघों से आगामी एशियाई खेलों के लिए अपने दलों में समान संख्या में पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ को नामांकित करने को कहा है। आईओए ने अब तक जिन 541 खिलाड़ियों को स्वीकृति दी है उसमें 297 पुरुष और 244 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।
आईओए चाहता है कि भारतीय दल में पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या समान हो। आईओए महासचिव राजीव मेहता ने बताया, ‘कुछ खेलों के अलावा बाकी अन्य में पुरुष और महिला खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व लगभग बराबर है।
कुछ खेलों (तलवारबाजी, बास्केटबॉल और ताइक्वांडो) में सिर्फ महिलाएं हैं, इसलिए हम पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या लगभग बराबर चाहते हैं।’ इसके अलावा उन्होंने बताया, ‘शायद ऐसा नहीं हो कि पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ की संख्या बिलकुल बराबर हो लेकिन यह लगभग समान होनी चाहिए। अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। हमने एनएसएफ को यह जानकारी दे दी है।’
मेहता ने बताया कि एनएसएफ की ओर से नामित अधिकारियों की कुल संख्या 201 है लेकिन अंतिम संख्या का पता पुरुष और महिला सहयोगी स्टाफ के समान प्रतिनिधित्व के आईओए के निर्देश के बाद ही चलेगा। उन्होंने कहा, ‘एनएसएफ ने हमें कुल 201 स्टाफ के नाम दिए हैं और नियमों के अनुसार ये 163 होने चाहिए। हम इस संख्या में कटौती करेंगे लेकिन कुछ को महासंघों के खर्चे पर भेजने की सिफारिश (खेल मंत्रालय को) की जा सकती है। अंतिम दल का पता एक या दो दिन में चलेगा।’