अखिलेश व गोप के लिए नयनाभिराम बने सिद्धार्थ अवस्थी

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गोप ने चरखा दांव चलकर भाजपा को दिया जोर का झटका धीरे से

सिद्धार्थ अवस्थी का सपा में जाना भाजपाइयों के मोदी आगमन आनंद को कसैला कर गया

कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)

बाराबंकी। दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों का प्रचार करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से खुश भाजपाइयों की खुशियों पर सपा ने ग्रहण लगा दिया। जी हां जिले में मोदी आगमन का भावार्थ इतना कषैला रहा कि उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के दामाद एवं प्रदेश किसान मोर्चा नेता सिद्धार्थ अवस्थी ने आज सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सिद्धार्थ अवस्थी ने मोदी आगमन के समय भाजपा का बस्ता बंद करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को गुलदस्ता भेंट कर जनपद व प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी। जबकि सपा प्रत्याशी अरविंद सिंह गोप ने श्री मोदी के दरियाबाद आगमन पर भाजपा को करारा झटका दे डाला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बाराबंकी के दरियाबाद में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का प्रचार करने आए थे। वहीं दूसरी ओर कुर्सी विधानसभा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव भी अपने प्रत्याशी राकेश वर्मा का प्रचार करने अपराहन बाद पहुंचे। दरियाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के बाद भाजपाइयों का उत्साह हिलोरे मार रहा था। लेकिन इसी बीच ऐसा राजनीतिक घटनाक्रम घटा कि भाजपाइयों की खुशियों पर ग्रहण लग गया! भारतीय किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री एवं जनपद की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले पूर्व विधायक स्वर्गीय पंडित सुरेंद्रनाथ अवस्थी पुत्तू भैया के पुत्र तथा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा के रिश्ते में दामाद लगने वाले सिद्धार्थ अवस्थी ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। दरियाबाद से सपा प्रत्याशी अरविंद सिंह गोप सिद्धार्थ अवस्थी को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले! और इस दौरान सिद्धार्थ अवस्थी ने भाजपा का बस्ता बंद करते हुए अखिलेश यादव को नई राजनीतिक यात्रा का गुलदस्ता भेंट कर भाजपा में खलबली मचा डाली।

इस दौरान अखिलेश यादव ने सिद्धार्थ अवस्थी के सपा में शामिल होने का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से समाजवादी पार्टी को नई ताकत मिली है। उन्होंने इस दौरान स्वर्गीय पुत्तू अवस्थी जी को भी याद किया। सूत्रों के मुताबिक सिद्धार्थ अवस्थी बीते कई वर्षों से भाजपा के लिए जमकर मेहनत कर रहे थे। यही नहीं वह दो बार से रामनगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे। बीते कई वर्षों तक जमकर काम करने के बावजूद इस बार के चुनाव में भी सिद्धार्थ अवस्थी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया। जिसके बाद से सिद्धार्थ अवस्थी लगातार भाजपा से दूरी बनाए हुए थे। अभी हाल ही में जब देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैदरगढ़ आए तो उस दौरान भी अवस्थी परिवार से कोई भी व्यक्ति राजनाथ सिंह के मंच पर नहीं गया था। इसके अलावा भाजपा के कई बड़े नेता जनपद आए लेकिन सिद्धार्थ अवस्थी भाजपा के इन मंचों से दूर खड़े दिखाई दिए!

राजनीतिक संयोग देखिए कि यह वही सिद्धार्थ अवस्थी है जिन्होंने हैदरगढ़ में मोदी जी के आगमन पर अपने महाविद्यालय की दीवार को स्वयं ही जेसीबी से तोड़ डाला था। उन्होंने जमकर मोदी जी की जनसभा को सफल बनाने में सहयोग दिया था। लेकिन एक दिन यह आज का था कि जब मोदी दरियाबाद में बोल रहे थे! तो उस दौरान सिद्धार्थ अवस्थी समाजवादी बनने के लिए अरविंद सिंह गोप के साथ अपनी अगली यात्रा की ओर निकल चुके थे। खास बात यह भी है कि सिद्धार्थ अवस्थी जनपद में एक युवा ब्राह्मण नेता के रूप में काफी चर्चित है। उनका समाजवादी पार्टी में जाना भाजपा के लिए चुनाव के समय एक झटका माना जा रहा है। क्योंकि अवस्थी परिवार का दखल रामनगर एवं हैदरगढ़ व दरियाबाद विधानसभा में भी ठीक-ठाक माना जाता है? इस प्रकार स्पष्ट है कि पूर्व मंत्री व सपा प्रत्याशी अरविंद सिंह गोप ने मोदी के दरियाबाद आगमन पर सिद्धार्थ अवस्थी को पार्टी में शामिल करवा कर भाजपा को करारा झटका दिया है!

सनद हो कि इससे पूर्व सुंदरलाल दीक्षित के अति नजदीकी रहे युवा नेता अभय तिवारी गोप के सानिध्य में भाजपा को छोड़कर सपा में शामिल हो चुके हैं। प्रधान विनय कुमार पांडे भी भाजपा सपा में शामिल हो चुके हैं। साफ है कि अरविंद सिंह गोप ने इधर कई ब्राह्मण नेताओं को समाजवादी पार्टी में शामिल कराकर भाजपा में हंगामा मचा दिया है? अब भाजपा आगे इससे कैसे निपटगी यह तो वही जाने! लेकिन मोदी आगमन के मौके पर सिद्धार्थ अवस्थी का सपा में जाना भाजपाइयों के मोदी आगमन आनंद को कसैला कर गया है। सूत्रों से पता चला है कि सिद्धार्थ अवस्थी ने समाजवादी पार्टी में बिना शर्त प्रवेश किया है। कुल मिलाकर सिद्धार्थ अवस्थी समाजवादी बन करके अपनी नई राजनीतिक यात्रा की ओर चल पड़े हैं। जिसको लेकर राजनीतिक चर्चाओं का दौर उफान जा पहुंचा है?

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