अदालत के इकबाल,देश के सम्मान को टेस, योगी सरकार के लिए अपमान बना अदालत में बैठी जूनियर डिविजन जज अर्पिता साहू के साथ दर्दनाक हादसा,
ऐसी हुई बदतमीजी की तड़प गई महिला मजिस्ट्रेट खून का घुट पी कर अपनी बेकसी बेबसी पर जिला जज को भेजा पत्र,पढ़िए उनकी कलम से उनकी ही जुबानी कोर्ट में गुजरी पूरी दास्तान

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तहलका टुडे टीम

बाराबंकी: कचहरी में बायकॉट को लेकर बार के महामंत्री रितेश मिश्रा और जूनियर डिविजन जज अर्पिता साहू की अदालत पर बदतमीजी के बाद जिला जज को पत्र भेजने से हड़कंप मच गया है।

मालूम हो आज 7 अक्तूबर को मुकदमा नंबर 136/71 छोटेलाल Vs. शिवकुमार की सुनवाई के दौरान हुए वाकए में सूत्रों के मुताबिक उसी मुकदमे की कार्यवाही के लिखते हुए जूनियर डिविजन जज अर्पिता साहू ने लिखा कि मुकदमा पुकारा गया। समय लगभग 11:10 AM बजे मैं पीठासीन अधिकारी अपना न्यायिक कार्य करने Dias पर बैठी थी, और बार के महामंत्री रितेश कुमार मिश्रा,वरिष्ट उपाध्यक्ष मोहन सिंह व अन्य पदाधिकारियों व तमाम अधिवक्ता को लेकर न्यायालय कक्ष में आकर न्यायायिक कार्य बाधित किया। अधिवक्ता रितेश कुमार मिश्रा, अधि. मोहन सिंह व अन्य अधिवक्तागण ने मुझे धमकी दी कि – “आपको हमारा Support नहीं करना है दिमाग खाराब है. सुधर नहीं रही है, जब मैंने बोला है तो क्यों Dias पर बैठ कर फाइल को देख रही। District Judge से और CJM पर शिकायत की है तो मुझे आशवासन दिया है District Judge ने कि कोर्ट न. 14 अर्पिता साहू
Dais पर नहीं बैठेगी तह भी कैसे बैठ गई। उतरो Dais से, बेशर्मी की हद है। अपने आप को क्या समझती हो Action Plan गया. भाड़ में। अब जो मैं, महामंत्री करेगा वही होगा, कोई कोर्ट चलने नहीं दूँगा । कोई Disposal नहीं होने दूंगा। ऐसे Court नहीं चलेगी जैसे तुम चला रही हो। मैं तुम्हारी कोर्ट का Full Boycott करवाऊंगा और District judge ने भी यही आशवासन दिया है कि तुम काम नहीं कर पाओगी। इस लायक नहीं छोडूंगा। महिला अधिकारी हो सुधर. जाओ और Dias से उतर जाओ वरन आज तुम्हारे साथ अच्छा नहीं होता, बहुत कुछ हो सकता है आज तुम्हारे साथ। तानाशाही और बेशर्मी से कोर्ट चलाने के लिए Dies पर बैठ पदि जाती हो और आदेश पारित कर देती । जब हम Daily roycott कर रहे हैं तो समझ नहीं आ रहा है। तुम्हारा कोर्ट अब से चलने नहीं दूँगा और District Judge तो वैसे ही मेरे साथ है। अब देखता हो क्या करती हो। shame Shame

अर्पिता साहू | मुर्दाबाद-मुर्दाबाद अर्पिता साहू । बार की गरीमा को बनाए नहीं रखोगी तो तुम्हारी गारीमा नहीं बचेगी। देखते हैं आज से कैसे काम करती हो। उतर जाओ Dias से वरना आज कुछ हो जाऐगा। फिर कभी काम करने लायक नहीं बचोगी।”

मेरे पीठासीन अधिकारी द्वारा पूछा गया- “आप लोग मुझे धमकी दे रहे है” महामंत्री रितेश द्वारा एवं मोहन सिंह अधि. द्वारा कहा- “धमकी ही है सुधर जाओ। cout No. 27 TM कोर्ट को सुधार दिया, तुम्हें भी सुधार देंगे। अपनी गरीमा बचाओ dias से उत्तर जाओ वरना आज के पश्चा पछताओगी | shame shame अर्पिता साहू, मुरदा बाद-मुर्दाबाद अर्पिता साहू । ” 3/5 इस प्रकार से महामंत्री रितेश मि. 9/11 अधिवक्ता मोहन सिंह अपने संग अन्य

अधिवक्ताओं को लेकर न्यायालय मे न्यायिक कार्य में बाधा उत्पन्न की गई, नारेबाजी की गई, अन्य वकीलों ने वादकारियों की न्यायालया कक्ष से बाहर निकाला और कक्ष के बाहर जा कर अधि. रितेश्ब कुमार मिश्रा, अधि. मोहन सिंह व अन्य दबंगई अधि- जो महामंत्री के संग आए थे, वो सब मिल करें वाद ‘कारियों को न्यायालय कक्ष के बाहर बुरी तरह से मारा-पीटा गया। जिसकी आवाज अंदर Dais. तक आ रही है। महामंत्री रितेश कुमार मिश्र द्वारा न्यायालय कक्ष का दरवाज बंद कर दिया गया, जिसे सबने देखा न्यायालय कक्ष का दरवाजे बंद करने के बाद मुदाबाद मुद्राबाद के नारे किए गए और मेरे (पीठासीन अधिकारी) के बारे में गंदे तिप्पणी की गई-“देखी ये औरत कितनी बत्तमीज है, dias से उतरेगी नहीं, बेशर्म है, इसको आज सबक सिखाना पढ़ेगा।

दरवाजा बंद करने के बाद न्यायालय की बिजली को बंद कर दिया गया, जिससे न्यायालय में अंधेरा हो गया। मैं (Po) तब भी Dias पर थी। तो फिर न्यायालय कक्ष का दरवाजा खोल के अंदर आए और न्यायालय में उपस्थित वस्तुओं जैसे कुर्सी, मेज, Bench, अलमारी, कक्ष का दरवाजा जोर जोर से पीटने लगे।

अदा

मेरे द्वारा Property destruction पर विरोध किया गया तो फिर महामंत्री रितेश मिश्रा, अधि. मोहन सिंह व अन्य दबंगई अधि. द्वारा मुझे धमकी दी गई – ऐसे कोर्ट नहीं चलती, उतर जाओ वरना आज तुम्हारी गरिमा बिगड़ जाएंगी।” यह बोलकर फिर सब लोग
नारेबाजी मुर्दाबाद करने लगे।
यह आपत्तिजनक आचरण पर माननीय जनपद न्यायाधीश को पत्र प्रेषित किया जाना कार्यावाही हेतु ।

इस हादसे के बाद से अदालत के पीठासीन अधिकारी खासकर महिला जजों में आक्रोश था।

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