नई दिल्ली, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा देश भर में नियुक्त मुतवल्ली वक्फ सम्पतियों के निगेहबान हैं,आजादी के बाद पहली बार “प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम” के तहत अल्पसंख्यक मंत्रालय देश भर में वक्फ सम्पत्तियों पर स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, कौशल विकास केंद्र, बहु-उदेशीय सामुदायिक केंद्र “सद्भाव मंडप”, “हुनर हब”, अस्पताल, व्यावसायिक केंद्र आदि का निर्माण कराएगा।
यहाँ राष्ट्रीय वक्फ सम्मेलन में अपने सम्बोधन में श्री नकवी ने कहा कि पिछले हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत “प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम” (PMJVK) में वक्फ सम्पत्तियों के समाज के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए विभिन्न ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए इस्तेमाल किये जाने का प्रावधान किया गया है। “प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम” में देश के 308 जिले, 870 ब्लॉक, 331 शहर, हजारों गांव कवर किये गए हैं। श्री नकवी ने कहा कि इससे वक्फ सम्पत्तियों का इस्तेमाल समाज की तरक्की के लिए किया जा सकेगा। देशभर में लगभग 5.71 लाख रजिस्टर्ड वक्फ संपत्तियां हैं।
श्री नकवी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के सदुपयोग एवं दशकों से विवाद में फंसी सम्पत्तियों को विवाद से बाहर निकालने के लिए वक्फ नियमों को सरल एवं प्रभावी बनाने की प्रक्रिया चल रही है, जटिल नियमों के चलते विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में वक्फ सम्पत्तियों का सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
श्री नकवी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का समाज की भलाई विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए सदुपयोग करने वाले “मुतवल्लियों” को केंद्र सरकार पुरस्कृत करेगी। यह सम्मान समारोह हर वर्ष होगा एवं देश भर के वह “मुतवल्ली” जो वक्फ सम्पतियों का समाज के सशक्तिकरण के लिए सफलता से इस्तेमाल करेंगे उन्हें सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जायेगा। श्री नकवी ने कहा कि देश भर में नियुक्त “मुतवल्ली”वक्फ सम्पतियों के “निगेहबान” हैं। इन्हे वक्फ संपत्तियों का सदुपयोग एवं सुरक्षा करनी चाहिए।
श्री नकवी ने कहा कि सेंट्रल वक्फ कौंसिल, वक्फ रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन हेतु राज्य वक्फ बोर्डों को आर्थिक मदद दे रही है ताकि सभी राज्य वक्फ बोर्ड, वक्फ सम्पत्तियों के डिजिटलाइजेशन का काम तय समय सीमा में पूरा कर सकें। 84 प्रतिशत वक्फ सम्पत्तियों का डिजिटाईजेशन पूरा हो गया है और बाकि सम्पत्तियाँ भी जल्द ही डिजिटाइज़ हो जाएँगी।
राज्य वक्फ बोर्डों के अंतरगर्त आने वाली सम्पत्तियों की सुरक्षा, रख रखाव, विकास और सम्बंधित कानूनी सहायता के लिए वक्फ कौंसिल द्वारा 2 लीगल सपोर्ट अफसर, 2 जोनल वक्फ अफसर, 2 सर्वेयर्स की नियुक्ति सभी राज्य वक्फ बोर्डों में की जा रही है। श्री नकवी ने कहा कि वक्फ सम्पत्तियों पर चल रहे एवं शुरू किये जा रहे, शैक्षिक गतिविधियों विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए काम कर रहे संस्थानों को सेंट्रल वक्फ कौंसिल एवं अल्पसंख्यक मंत्रालय पूरी मदद करेगा।
राष्ट्रीय वक्फ सम्मेलन में सांसद श्री हुसैन दलवई, जम्मू एन्ड कश्मीर के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री चौधरी जुल्फकार अली, केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव श्री अमेजिंग लुईखाम, संयुक्त सचिव श्री जान-ए-आलम, सेंट्रल वक्फ कौंसिल के सचिव श्री बी एम जमाल, सभी राज्य वक्फ बोर्डों के चेयरमैन, सीईओ, अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। ,कर्नाटक,गुजरात,महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,पंजाब,हरियाणा, जम्मू कश्मीर,उड़ीसा,के चेयरमैन और सीईओ के अलावा सेव वक़्फ़ इंडिया के वाईस प्रेसिडेंट रिज़वान मुस्तफ़ा उत्तर प्रदेश से सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन ज़फर फारूकी,महाराष्ट्र के मेंबर मौलाना ज़हीर अब्बास साहब,तमिलनाडु वक़्फ़ बोर्ड की मेंबर,अमातुल फ़ातिमा,इंजीनियर मोहमद हामिद,मोहम्मद तबरेज़,चेयरमैन अंडमान निकोबारआइसलैंड वक़्फ़ बोर्ड के अलावा बड़ी संख्या में लोगो ने शिरकत की।
इस एक-दिवसीय सम्मेलन का आयोजन वक्फ सम्पत्तियों के रख रखाव, उनके संरक्षण, संशोधित वक्फ अधिनियम, 1995, वक्फ सम्पत्तियाँ पट्टा नियमावली, 2014 और “कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना” के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लि
ए किया गया। सेंट्रल वक्फ कौंसिल द्वारा कार्यान्वित “कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना” की प्रगति की समीक्षा भी की गई। दो योजनाएं जो “राज्य वक्फ बोर्डों के सुदृणीकरण की योजना” के रूप में क्रमशः सेंट्रल वक्फ कौंसिल तथा नवाड़को द्वारा अलग-अलग तौर पर कार्यान्वित की जा रही थी, अब इन्हे मिलाकर एक कर दिया गया है। राज्य वक्फ बोर्डों के उदेश्यों की सुगम प्राप्ति के लिए उनके संसाधनों को बढ़ाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के मद्देनजर “कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना” में कई प्रावधानों को शामिल किया गया है।
वक्फ सम्पत्तियों की पारदर्शी डिजिटल जानकारी एवं अवैध कब्जे से सुरक्षा के लिए जीआईएस/जीपीएस मैपिंग एवं “कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना” के लिए लगभग 48 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
सेव वक़्फ़ इंडिया ने इस तरह की कांफ्रेंस कर वक़्फ़ बचाओ मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए की जा रही कोशिशों का स्वागत करते हुए कहा है मुख्य कार्यपालक अधिकारियो की पावर बढ़ाई जाए वही हर स्टेट में मुतावालो कांफ्रेंस का आयोजन कर अवाम के अंदर भी जागरूकता वक़्फ़ बचाने के लिए पैदा की जाए।
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि एएमयू के प्रशासन और छात्रों को ‘बेवजह का विवाद’ खत्म करना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान के संस्थापक न तो भारत के आदर्श हैं और न ही भारतीय मुसलमानों के आदर्श हैं।
नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एएमयू के प्रशासन और छात्रों से मैं यही आग्रह करूंगा कि वे बेवजह का विवाद खत्म करें क्योंकि जिन्ना न तो देश के आदर्श हैं और न ही मुसलमानों के आदर्श हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को यहीं खत्म करना चाहिए और विश्वविद्यालय की गरिमा का सम्मान करते हुए आगे बढना चाहिए।’’ गौरतलब है कि एएमयू के यूनियन हॉल में लगी जिन्ना की तस्वीर को लेकर पिछले दिनों अलीगढ के भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कुलपति तारिक मंसूर को पत्र लिखा था। इसके बाद ही इस विवाद की शुरुआत हुई। इसी मामले को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गत दो मई को परिसर में घुसकर हंगामा और नारेबाजी की थी। इस हंगामे को लेकर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।