5 दशकों में “सेक्युलरिज़्म के सियासी सूरमाओं” ने अल्पसंख्यकों को अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया, उनका सियासी शोषण किया। लेकिन भाजपा की सरकार ने Pm मोदी के नेतृत्व में पिछले 48 महीनो के दौरान सभी अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के संकल्प के साथ काम किया है।
रामपुर-केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि मोदी सरकार का “सबका साथ, सबका विकास” नारा नहीं बल्कि राष्ट्र नीति और “समावेशी विकास” राजधर्म है।
श्री नकवी ने कहा कि अपने पिछले 4 वर्षों/48 महीनों में “डेवलपमेंट” को हमने गरीबों, जरूरतमंदों की “डिग्निटी” का हिस्सा बनाया है और उन तक सड़क, बिजली, पानी, रोजगार, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये हैं।
श्री नकवी ने आदर्श रामलीला ग्राउंड, सिविल लाइन्स रामपुर में अल्पसंख्यक मंत्रालय, भारत सरकार एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम (एमएसडीपी) के तहत रामपुर के बिलासपुर, स्वार, सैदनगर, शाहबाद और चमरुआ में विकास कार्यों का शिलान्यास/लोकार्पण किया।
श्री नकवी ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा-एनडीए “डेवलपमेंट, डेमोक्रेसी और डिग्निटी” के लिए किये गए कार्यों के नाम पर प्रचंड बहुमत के साथ जीतेगी और पुनः सरकार बनाएगी।
श्री नकवी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों सहित सभी जरूरतमंद तबकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए जितना काम अपने पिछले 48 महीनों में किया है उतना कांग्रेस और उसके साथियों की सरकारों ने 48 वर्षों में नहीं किया। श्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 48 महीनों में “समावेशी विकास” के संकल्प के साथ गांव-गरीब, किसान, नौजवान, अल्पसंख्यक, महिलाएं सभी के विकास को सुनिश्चित किया है।
श्री नकवी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए पूरी मेहनत के साथ काम कर रही है। जल्द ही उत्तर प्रदेश की गिनती देश के प्रमुख विकसित राज्यों में होने लगेगी।
श्री नकवी ने कहा कि मोदी सरकार की “बिना तुष्टिकरण के सशक्तिकरण” और “सम्मान के साथ सशक्तिकरण” की नीति से आज हर जरूरतमंद तबके की तरह अल्पसंख्यकों में भी “विकास और विश्वास का माहौल” बना है। आज अल्पसंख्यक वर्ग बिना भेदभाव के विकास का एहसास कर रहे हैं।
श्री नकवी ने कहा कि पिछले लगभग 5 दशकों के दौरान “सेक्युलरिज़्म के सियासी सूरमाओं” ने अल्पसंख्यकों को अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया, उनका सियासी शोषण किया। लेकिन भाजपा की सरकार ने पिछले 48 महीनों या 4 वर्षों के दौरान सभी अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के संकल्प के साथ काम किया है।
जहाँ 2014 से पहले लगभग 3 करोड़ 3 लाख छात्र-छात्राओं को स्कालरशिप दी गयी, वहीँ पिछले 4 वर्षों में ही 2 करोड 66 लाख छात्र-छात्राओं को मेट्रिक-पूर्व, मैट्रिकोत्तर, मेरिट-कम-मीन्स, निशुल्क कोचिंग, बेगम हजरत महल बालिका छात्रवृति दी गयी है।
जहाँ 2014 से पहले केवल 20 हजार 164 युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगार के अवसर दिए गए, वहीँ हमारी सरकार के आने के बाद से अभी तक 5 लाख 44 हजार 994 अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को “सीखो और कमाओ”, “उस्ताद”, “नई मंजिल”, “गरीब नवाज कौशल विकास योजना” के तहत कौशल विकास एवं रोजगार, रोजगार के अवसर मुहैया कराये गए हैं। इसके अलावा “हुनर हाट” के तहत पिछले 1 वर्ष में ही 1 लाख 18 हजार दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार/रोजगार के अवसर मुहैया कराये गए हैं।
पिछले 48 महीनों में महिलाओं के सशक्तिकरण के तहत 2 लाख 95 हजार महिलाओं को “नई रौशनी” के तहत नेतृत्व क्षमता विकास हेतु ट्रेनिंग दी गई। 2 लाख 52 हजार छात्राओं को “बेगम हजरत महल छात्रवृति” एवं 1 करोड़ 21 लाख लड़कियों को विभिन्न प्रकार की स्कालरशिप दी गई हैं। जबकि 2014 से पहले तक सिर्फ लगभग 97 हजार महिलाओं को “नई रौशनी” के तहत लाभ दिया गया था।
श्री नकवी ने कहा कि 2014 से पहले तक बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के तहत 22 हजार 477 क्लास रूम, बालिका छात्रावास, डिग्री कॉलेज, आईटीआई, स्कूल भवन, अतिरिक्त कक्षा-कमरे निर्मित किये गए थे। जबकि पिछले 48 महीनों में ही 330 सद्भाव मंडप, 68 गुरुकुल प्रकार के आवासीय विद्यालय, 436 किसानों एवं कारीगरों के लिए मार्किट शेड, 11 डिग्री कॉलेज, 469 क्लासरूम सुविधा, 163 बालिका छात्रावास, 53 आईटीआई, 874 स्कूल भवन, 16 हजार 297 अतिरिक्त कक्षा-कमरे निर्मित किये गए हैं।
श्री नकवी ने कहा कि जहाँ 2014 से पहले 6 लाख 93 हजार परिवारों को स्वरोजगार और शिक्षा के लिए आर्थिक मदद दी गई थी, वहीँ पिछले 4 वर्षों में ही लगभग 6 लाख 33 हजार परिवारों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) के द्वारा स्वरोजगार और शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी गई है। जहाँ 48 वर्षों में अल्पसंख्यकों को शिक्षा और रोजगार के लिए 1786 करोड़ रूपए की राशि के रियायती दर पर ऋण दिए गए, वहीँ पिछले केवल 48 महीनों में ही अल्पसंख्यकों को शिक्षा और रोजगार के लिए 1979 करोड़ रूपए की राशि के रियायती दर पर ऋण दिए गए हैं।
श्री नकवी ने कहा कि जहाँ 2014 से पहले हज यात्रा में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं हुआ, वहीँ आजादी के बाद पहली बार सर्वाधिक रिकॉर्ड 1 लाख 75 हजार 25 भारतीय मुस्लिम इस वर्ष हज पर जायेंगे। पहली बार हज यात्रियों को हवाई अड्डों के चयन का विकल्प दिया गया है। पहली बार महिलाएं बिना “मेहरम” (पुरुष साथी) के हज पर जा रही हैं। हज सब्सिडी समाप्त किये जाने के बावजूद हवाई किराए की दरें 2018 में पिछले कई वर्षों की तुलना में सबसे कम हुई हैं।
श्री नकवी ने कहा कि यह सभी उपलब्धियां “बिना तुष्टिकरण के सशक्तिकरण” एवं “सम्मान के साथ सशक्तिकरण” की राष्ट्र नीति का नतीजा है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह ओळख, श्रीमती मोनिका गर्ग, प्रमुख सचिव, अल्पसंख्यक मंत्रालय उत्तर प्रदेश, वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।