जब लखनऊ से सिसकिया उठ रही होगी तो कुछ पागल ठहाका लगाएंगे? हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स अ की शहादत 3 जमीदुस्सानी की पूर्व संध्या 16 17 दिसम्बर की रात में काले धन से जश्ने लखनऊ का लेकर अंजुमनो के विरोध से हडकम्प
लखनऊ:हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स अ की शहादत 3 जमीदुस्सानी की पूर्व संध्या 16 17 दिसम्बर की रात में होने वाले एबा इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने दुबई का काला धन सफेद करने के लिए जश्न ए लखनऊ का आयोजन करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है,मुशायरे के विरोध को देखते हुए ख़ुफ़िया एजेंसिया सक्रिय हो गयी है,मुशायरे में लगने वाले धन की जांच डोनेशन देने और वहा आने वालों की कुंडली देखने की कवायद शुरू कर दी गयी है।
सूत्रों के मुताबिक़ ज़िला प्रशासन ने यूपी संगीत नाटक अकादमी में होने वाले इस कार्यक्रम की अनुमति ना देने से आयोजको के तोते उड़ा दिए है।
आयोजक रेहान सिद्दिकीं और शाजिया किदवई इतने ओवर है कि इन्हें नही मालूम कि इस रात मुसलमान होने के नाते पैगम्बर इस्लाम की बेटी अहलेबैत की मेन रुक्न हज़रत अली की ज़ौजा इमाम हसन और इमाम हुसैन ,जनाबे ज़ैनब की वालिदा हज़रत फ़ातिमा ज़हरा की शहादत की तारीख़ है ।
ऐसे मौके पर इस तरह का प्रोग्राम करने से एहतियात करना चाहिये था हद हो गयी एहसास इतना मर चुका है मुसलमानों का अब,अच्छे बुरे की तमीज़ खत्म हो गयी।
बीमारी और गुरबत से जंग लड़ रही मुस्लिम क़ौम के लिए दुबई कमा कर उनकी मदद के बजाय लोग ज़ेहनी अय्याशी में लगे है,जिसकी गुप्तचर एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है।
वही अंजुमनों के इस रात को होने वाले मुशायरे के विरोध पर हड़कम्प मचा हुआ है,वही अंजुमन अब्बासिया के एक ज़िम्मेदार ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया,इस रात में मुशायरे का जमकर विरोध होगा।
एचडीएफसी बैंक को भी लिखकर भेजा गया है।इस मुशायरे की स्पॉन्सर्ड शिप वापस ले ले,और उनसे कहे कि इस तारीख के बजाय आगे की तरीक्खो मे किया जाय।
सदाचारी लाला उमेश चंद्र श्रीवास्तव कहते कि
ये भी गलती आरएसएस बीजेपी की है क्या?