इंडिपेंडेंट वॉइस अंग्रेजी अख़बार के समाचार संपादक एवं श्रम जीवी पत्रकार 32 वर्षीय फराज़ ज़ैदी का 16 अक्टूबर को पी जी आई लखनऊ मे ब्रेन ट्युमर के ऑप्रेशन के बाद देहांत हो गया.
फराज़ ज़ैदी भूतपूर्व सी डी ओ बाराबंकी में पीडी रहे जावेद अख्तर ज़ैदी साहब के बेटे थे.
आपको बता दे कर्बला सिविल लाइन्स बाराबंकी में हुए तामिरी कामो में विधायक निधि से होने वाले कामो में इनके सहयोग की वजह से ही लाख मुखलिफत के बाद भी मुश्किलें आसान हुई,और तामिरी काम सम्पन्न हुए,बाराबंकी के लोगो पर इन का बड़ा एहसान है।
फ़राज़ ज़ैदी ने एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा से एम बी ए किया था.
दस वर्ष से अंग्रेजी पत्रकारिता के छेत्र मे कार्ययत थे.
फराज़ ज़ैदी फ्री प्रेस जर्नल एवं लखनऊ प्रेस क्लब के गवरनिंग मेंबर कार्टूनिस्ट हसन ज़ैदी के छोटे भाई थे.
फराज़ को कर्बला तालकटोरा मे 16 अक्टूबर की रात को सुपुर्द ए खाक, ( तदफीन ) किया गया.
फराज़ ज़ैदी के चेहललुम की मजलिस 19 नवंबर को उनके निवास स्थान रायबरेली रोड साउथ सिटी A 72 मे मौलाना सदफ जौनपुरी साहब ख़िताब करेंगे.
फराज़ ज़ैदी इतनी कम उम्र मे दुनिया से रुख़सत होना अंग्रेजी पत्रकारिता के छेत्र मे बहुत बड़ा नुकसान है.
फ़राज़ से रिज़वान मुस्तफ़ा से भी कई बार मुलाक़ात हुई,निहायत नेक फ़राज़ की आज इंतेक़ाल की खबर जावेद भाई ने व्हाट्सएप्प मैसेज से दिया,मैं अपने आपको रोक नही पाया एक बेटे की मौत पर बीमार वालिद की गिरिया कर्बला का मंज़र था सिसकिया थी,सब्र का दामन था,अफसोस कि सदाये थी,ज़ियादा बात नही कर पाया,
भाई हसन ज़ैदी रिपोर्टर भी है कार्टूनिस्ट भी है तफसीली बात हुई,
समाज का हीरा अपने वालदैन के सब्र का इम्तेहान लेकर चला गया,जावेद भाई की आंखों में आंसू है ,सब्र है,बेटे की याद है।और कर्बला का मंज़र जनाबे अली अकबर अ की याद है।