बाराबंकी में 100 वर्ष पुरानी तहसील रामसेनही घाट मस्जिद बुलडोज़र से गिराने के मामले ने पकड़ा तूल,ट्रेनी आईएएस दिव्यांशु पटेल के खिलाफ जांच का आदेश,दिल्ली के सीनियर आईएएस अधिकारी करेंगे जांच। कम्युनिस्ट पार्टी की शिकायत पर हुई कार्यवाही..

Breaking News Latest Article देश बाराबंकी

तहलका टुडे टीम

बाराबंकी- रामसनेहीघाट तहसील परिसर में बनी 100 साल पुरानी मस्जिद गिराने का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। विवादित धार्मिक परिसर गिराने का आदेश करने वाले ट्रेनी आईएएस दिव्यांशु पटेल के खिलाफ दिल्ली से जांच करने आईएएस अधिकारी नीला मोहनन के नेतृत्व में टीम आएंगी। ये टीम मस्जिद कैसे और क्यों गिराई गयी इसकी जांच करेगी।
भारत सरकार दिल्ली के केंद्रीय प्रशानिक सुधार एवं शिकायत विभाग ने इस जांच टीम को गठित किया है।  कम्युनिस्ट पार्टी के कामरेड और अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन की शिकायत पर ये जांच टीम गठित की गई है।

आपको बता दे कि बाराबंकी में  पिछले 17 मई को तहसील राम सनेही परिसर में बनी 100 वर्ष पुरानी मस्जिद को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ ट्रेनी आईएएस दिव्यांशु पटेल के आदेश पर रातोरात गिरा कर मलबा हटा दिया गया था। जिसके बाद से इस धार्मिक स्थल को लेकर माहौल और  सियासत दोनो गरमा गई है। सपा,कांग्रेस,बसपा और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बाद अब कम्युनिस्ट पार्टी ने भी ज़िला और तहसील प्रशासन के खिलाफ  मोर्चा खोल दिया है।

कम्युनिस्ट पार्टी के कामरेड रणधीर सिंह सुमन द्वारा 30 मई को दिल्ली स्थित केंद्रीय प्रशानिक सुधार एवं शिकायत विभाग को लिखित शिकायत की  गयी थी  ।जिसमे शिकायतकर्ता ने लिखा है कि रामसनेही घाट परिसर में बनी गरीब नवाज मस्जिद/तहसील वाली मस्जिद जो सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड में दर्ज है। इसको तहसील के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट-ट्रेनी आईएएस दिव्यांशु पटेल ने  धारा 133 सीआरपीसी के अधिकारों का गलत प्रयोग करते हुए मस्जिद को गिराने का आदेश देकर  गिरवा दिया था।ट्रेनी आईएएस दिव्यांशु पटेल जो तहसील के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट थे। धारा 133 सीआएपीसी के तहत गिराने का आदेश नही दे सकते थे।

कामरेड रणधीर सुमन की शिकायत को भारत सरकार ने संज्ञान में लिया और 31 मई को केंद्रीय प्रशासनिक सुधार एवं शिकायत विभाग ने जांच टीम सीनियर आईएएस  अधिकारी नीला मोहनन के नेतृत्व में गठित की। आईएएस नीला  विभाग की डायरेक्टर है। और जल्द ही बाराबंकी आकर इस प्रकरण की जांच करेगी।

वही शिकायतकर्ता रणधीर सिंह सुमन जो पेशे से एडवोकेट है और कम्यूनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता भी है।
इन्होंने बताया कि हमने इस सम्बंध में भारत सरकार के केंद्रीय प्रशानिक सुधार एवं शिकायत विभाग को इस संबंध में शिकायत भेजी थी। जिसमे आईएएस नीला मेहनान आईएएस को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। और 17मई को मस्जिद गिराने का आदेश 133 सीआरपीसी के तहत जारी करके आईएएस दिव्यांशु पटेल ने गिरवा दी थी। ये अधिकार उनको विधिक रूप से कही से प्राप्त नही था। और इसी बिंदु के ऊपर जांच होगी। अतिउत्साह ,संविधान और कानून में आस्था न होने के कारण जो नौकर शाह नए- नए आते उनका लगता है कि वह आधुनिक युग के देवता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *