तहलका टुडे डेस्क/रिज़वान मुस्तफ़ा
लखनऊ -अपनी ईमानदारी और अवाम की सेवा से गांजर का गांधी का खिताब पाने वाले पूर्व सांसद, मंत्री किसान नेता मुख्तार अनीस का आज लंबी बीमारी के बाद इंतेक़ाल हो गया आज उन्हें सुपुर्दे खाक किया जायेगा,मौलाना कल्बे आबिद साहब और हाकिमे उम्मत मौलाना डॉ कल्बे सादिक साहब और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी थे ,आफताबे मिल्लत मौलाना कल्बे जवाद नक़वी,सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और शिवपाल यादव ने दुख का इज़हार किया है।8 जून 1943 को मुख्तार अनीस अकबरपुर फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) अब अम्बेडकर नगर में जन्म हुआ था,पिता सैयद मोहम्मद अनीस रिज़वी की तरबियत से बचपन से ही अवाम की खिदमत के जज़्बे ने मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (राजनीति शास्त्र) में करने के बाद सीतापुर के तंबौर में गांजर के गांधी का खिताब पा लिया पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे और मुलायम मंत्री मंडल में मंत्री के साथ एक बार सांसद सदस्य भी रहे ,1975 में खाटी समाजवादी चौधरी सिबतें मोहम्मद नक़वी साहब की बेटी अजीज ज़हरा के साथ शादी हुई थी, किसान नेता के रूप में उभरे मुख़्तार अनीस 1977-1996 सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान सभा,जुलाई 1977-78 उप मंत्री, पशुपालन, उत्तर प्रदेश,1978-80 राज्य मंत्री, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा,1989 मंत्री, स्वास्थ्य और परिवार नियोजन और स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री रहे।
1996 में ग्यारवी लोक सभा के लिए सीतापुर से चुने गए थे,शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के भी कई बार सदस्य भी रहे थे।उनकी पुस्तकें भी प्रकाशित हुई जिसमें “लोहिया-कई पहलू व्यक्तित्व” (अंग्रेजी और हिंदी दोनों में) बेहद मक़बूल हुई
साहित्यिक, कलात्मक और वैज्ञानिक उपलब्धियां पर विभिन्न समाचार पत्रों में कई लेखों का योगदान इनका खास रहा
पढ़ने और लिखने में विशेष रुचि रखते थे,कई देशों की यात्रा भी की थी।
डॉ। राम मनोहर लोहिया के विचारों ने उन पर गहरा प्रभाव छोड़ा था
और सोशलिस्ट पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया था,
समाजवादी युवजन सभा, 1969 के राज्य-स्तरीय सचिव रहे,
सोशलिस्ट पार्टी द्वारा आयोजित आंदोलनों में हिस्सा और कई बार जेल गये
आपातकाल के दौरान, 1975-77; आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई,लोकनायक जय प्रकाश नारायण द्वारा समाजवादी में विभिन्न पदों पर रहे मधु लिमये जैसे दिवंगत नेताओं से निकटता और प्रेरणा में काम किया,राज नारायण और एमएम जोशी के भी बेहद करीबी थे।
उनके 2 बेटे है जिसमे ज़हीर अब्बास सियासत में सक्रिय है।