तहलका टुडे टीम/मनोज शुक्ला
लखनऊ-हर तरफ चर्चा है जलवा है भाजपा आलाकमान की सोच का जिन्होंने प्रियंका गांधी वडेरा के लिये तेज़तर्रार पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत का चयन कर प्रमोशन करना शुरू कर दिया,अंग्रेजी में माहिर,गंभीर,बड़ो की इज़्ज़त, सर पर साड़ी का पल्लू डालकर भारतीय संस्कृत की मिसाल पेश करने वाली को देखने और मिलने के लिए लोगो की ललक,मुतास्सिर करने का हुनर रखने वाली रावत बिरादरी की ये नेता आजकल चर्चा का विषय बनी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डायनामिक नेता स्वतंत्रदेव सिंह ने पार्टी के नए महामंत्रियों को संगठन के लिहाज से यूपी के छह भागों में प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप दी है. कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में पहली बार यह जिम्मेदारी पार्टी ने किसी महिला को दी है वो भी दलित।
पंचायत और साल 2022 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा ने सभी क्षेत्रों का नट बोल्ट कसना शुरू कर दिया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने पार्टी के नए महामंत्रियों को संगठन के लिहाज से यूपी के छह भागों में प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप दी है. कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में पहली बार यह जिम्मेदारी पार्टी ने किसी महिला को दी है. प्रदेश की महासचिव प्रियंका रावत अब यह जिम्मेदारी निभाएंगी. इससे पहले पिछले वर्ष अगस्त में बाराबंकी की पूर्व सांसद प्रियंका ने यूपी भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में धमाकेदार एंट्री मारते हुए सीधे प्रदेश महामंत्री के रूप में जगह बनाई थी. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बाराबंकी (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने के बावजूद प्रियंका पूरी निष्ठा के साथ पार्टी से जुड़ी रहीं और बाराबंकी में भाजपा के उम्मीदवार को पूरा समर्थन भी दिया. प्रियंका की इसी निष्ठा का ईनाम भाजपा ने तीन वरिष्ठ दलित नेताओं की दावेदारी को नकारते हुए इन्हें प्रदेश महामंत्री बनाकर दिया था. 43 सदस्यीय प्रदेश कार्यकारिणी में भाजपा ने आठ दलित नेताओं को जगह दी है जिसमें पासी जाति से संबंध रखने वाली प्रियंका सबसे युवा हैं. अब भाजपा ने महामंत्री के तौर पर प्रियंका रावत को कानपुर-बुंदेलखंड का प्रभारी बनाकर पंचायत चुनाव और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है. इसके पहले कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के प्रभारी समीर सिंह, विजय बहादुर सिंह और अशोक कटारिया रह चुके हैं. प्रियंका रावत ने देर किए बगैर पांच जनवरी से कानपुर-बुंदेलखंड का दौरा शुरू कर दिया है.
पश्चिम उत्तर प्रदेश की सियासत सूबे की सियासी हवा तय करती है. पश्चिम क्षेत्र की कमान छात्र राजनीति से मुख्य राजनीति में आए जेपीएस राठौड़ को दी गई है, जबकि मेरठ निवासी अश्विनी त्यागी को ब्रज क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है. वर्तमान में प्रदेश महामंत्री का दायित्व संभाल रहे जेपीएस राठौड़ प्रदेश कार्यालय प्रभारी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले विजय बहादुर पाठक पश्चिम यूपी के प्रभारी थे. उनके रहते नगर महापौर चुनाव के साथ ही कैराना उपचुनाव एवं 2019 लोकसभा चुनाव हुए. अब राठौड़ के सामने पश्चिम यूपी की 14 लोकसभा व 71 विस सीटों पर पार्टी को मजबूत करने की चुनौती होगी. पश्चिम क्षेत्र का क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ में होने की वजह से राठौड़ को इस शहर को अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों का केंद्र बिंदु बनाते हुए पूरे पश्चिम पर नजर रखनी होगी. उन्हें प्रदेश सह संगठन मंत्री कर्मवीर, क्षेत्रीय अध्यक्ष मेहित बेनीवाल के साथ समन्वय बनाना होगा, साथ ही संघ की कसौटी पर भी खरा उतरना होगा.,
मेरठ के अश्विनी त्यागी एक बार फिर संगठन के शीर्ष नेताओं के भरोसेमंद बनकर उभरे हैं. वे प्रदेश की टीम में मंत्री, उपाध्यक्ष रहने के साथ ही पिछले साल अगस्त में महामंत्री बनाए गए. इससे पहले उन्होंने पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष रहते हुए प्रदेश कार्यकारिणी संपन्न कराया, साथ ही उनकी अगुआई में 2019 लोकसभा चुनाव भी हुए. प्रदेश इकाई की गुडबुक में रहने के साथ ही अश्विनी ने संघ से भी बेहतर तालमेल रखा. उन्हें पार्टी ने ब्रज क्षेत्र का प्रभारी बनाया है. त्यागी के पास क्षेत्रीय अध्यक्ष रहने का लंबा अनुभव है, और वो ब्रज क्षेत्र से वाकिफ रहे हैं.
भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व सांसद और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराकर कन्नौज से सांसद बने सुब्रत पाठक को भाजपा ने प्रदेश महामंत्री बनाकर संगठन में महत्पवूर्ण भूमिका दी थी. इसी क्रम में अब सुब्रत पाठक को पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा क्षेत्र (काशी क्षेत्र) का प्रभारी बनाया गया है. इसी तरह पिछले वर्ष संगठन में मंडलवार रणनीति बनाने के लिए कानपुर में जिले के प्रभारी बनाए गए अनूप गुप्ता को सीएम योगी के गोरखपुर क्षेत्र का नया प्रभारी बनाया गया है. वहीं, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के करीबी अमर पाल मौर्य को अवध क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है.