मुसलमानो को कॅरोना वायरस से बचाने के लिये मोदी सरकार ने कसी कमर, अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने देश के 30 से ज़्यादा वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रमजान में अवाम को जागरूक करने के लिए कहा

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देश मे वक़्फ़ बोर्डो में 7 लाख से ज्यादा पंजीकृत मस्जिदें, ईदगाह, दरगाह, इमामबाड़े एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थल हैं

मुख्तार अब्बास नकवी  ने ये भी कहा दुनिया के अधिकांश मुस्लिम राष्ट्रों ने भी माहे रमजान में मस्जिदों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर भीड़-भाड़ वाली गतिविधियों पर रोक लगा रखी है

रिज़वान मुस्तफ़ा/तहलका टुडे टीम

दिल्ली- देश की मोदी सरकार मुसलमानो की सेहत और सलामती को लेकर काफी सक्रिय है ,कॅरोना वायरस के की महामारी से बचाने के लिये पूरी तरह कमर कस लिया है।आज केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री एवं सेंट्रल वक्फ कौंसिल के चेयरमैन मुख्तार अब्बास नकवी ने 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में सभी धार्मिक, सार्वजनिक, व्यक्तिगत स्थलों पर लाकडाउन,कर्फ्यू,सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी ढंग से पालन करने एवं लोगों को अपने-अपने घरों पर ही रह कर इबादत आदि के लिए जागरूक करने के लिए आज देश के 30 से ज्यादा राज्य वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये बात की।
ज्ञात हो कि देश के विभिन्न वक्फ बोर्डों के अंतरगर्त 7 लाख से ज्यादा पंजीकृत मस्जिदें, ईदगाह, दरगाह, इमामबाड़े एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थल हैं। सेंट्रल वक्क कौंसिल, राज्यों के वक्फ बोर्डों की रेगुलेटरी बॉडी (नियामक संस्था) है।
श्री नकवी ने इस मौके पर कहा कि हमें स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षा बलों, प्रशासनिक अधिकारियों, सफाई कर्मचारियों से सहयोग करना चाहिए, वे अपनी जान हथेली में लेकर हमारे स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। क्वारंटाइन, आइसोलेशन सेंटरों को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों को भी हमें ध्वस्त करना चाहिए एवं लोगों में जागरूकता पैदा करनी चाहिए, हमें बताना चाहिए कि ऐसे केंद्र; लोगों को, उनके परिवार और समाज को किसी भी तरह के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए हैं।
श्री नकवी ने सभी राज्य वक्फ बोर्डों, धार्मिकसामाजिक संगठनों से कहा कि फेक न्यूज़ एवं भड़काऊ बातों और अफवाह फ़ैलाने वाले साजिशषड़यंत्र से हमें होशियार रहना चाहिए, भारत में बिना भेदभाव सभीनागरिकों की सेहत सलामती के लिए काम हो रहा है। इस तरह की साजिशषड़यंत्र, कोरोना के खिलाफ देश की सामूहिक जंग को कमजोर करने की कोशिश है। हम सभी को सजग और सचेत हो कर एकजुटता के साथ ऐसी साजिशों, दुष्प्रचार, अफवाहों को परास्त कर कोरोना के खिलाफ इस जंग में विजय हासिल करनी है।
श्री नकवी ने सभी राज्य वक्फ बोर्डों के अधिकारियों से कहा कि रमजान के पवित्र महीने में इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों में केंद्रीय गृह मंत्रालय, राज्य सरकारों एवं सेंट्रल वक्फ कौंसिल के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने में सक्रीय भूमिका निभाएं।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के मद्देनजर देश के सभी मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों एवं अन्य धार्मिकसामाजिक स्थलों पर भीड़-भाड़ वाली सभी धार्मिक-सामाजिक गतिविधियां रुकी हुई हैं। इसी तरह सभी मस्जिदों एवं अन्य मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर किसी भी तरह की भीड़-भाड़ वाली धार्मिक गतिविधि नहीं हो रही है।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना के कहर के चलते, देश के सभी क्षेत्रों के धर्मगुरुओं, धार्मिकसामाजिक संगठनों ने रमजान के पवित्र महीने में
इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक कर्त्तव्य, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने घरों में ही अदा करने की अपील की है। दुनिया के अधिकांश मुस्लिम राष्ट्रों ने भी माहे रमजान में मस्जिदों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर भीड़भाड़ वाली गतिविधियों पर रोक लगा रखी है।
श्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, सभी राज्य सरकारों के साथ मिल कर लोगों की सेहत और सलामती के लिए प्रभावी कार्य कर रहे हैं। लोगों के सहयोग ने कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को काफी राहत दी है। लेकिन चुनौतियाँ अभी कम नहीं है। इन चुनौतियों पर विजय तभी पाई जा सकती है जब हम केंद्र एवं राज्य सरकारों के सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई एवं मुस्तैदी से पालन करते रहेंगे।
श्री नकवी ने अपील की है कि रमजान के पवित्र महीने में लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हम अपने घरों पर ही रमजान के सभी कर्तव्यों को अंजाम देते हुए दुआ करें कि मेरे हिंदुस्तान एवं संपूर्ण दुनिया के इंसानों को कोरोना के कहर से निजात मिले।

वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश (शिया एवं सुन्नी), आंध्र प्रदेश, बिहार (शिया एवं सुन्नी), दादर एवं नागर हवेली, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम, मणिपुर, राजस्थान, तेलंगाना, अण्डमान एवं निकोबार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखण्ड, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेर्री, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड आदि के वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

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