तहलका टुडे टीम
नजफ़ इराक-आयतुल्लाह सीस्तानी ने कहा है कि कोरोना में ग्रस्त लोगों का इलाज और देखभाल, धार्मिक रूप से अनिवार्य है।
दुनिया की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली सीस्तानी ने उनसे पूछे गए एक सवाल के जवाब में फ़त्वा दिया है कि कोरोन वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज और उनकी देखभाल वाजिबे किफ़ाई है। वाजिबे किफ़ाई वह अनिवार्य धार्मिक आदेश है जिसे अंजाम देना सबके लिए ज़रूरी है लेकिन अगर कुछ लोग उसे अंजाम दे देते हैं तो फिर वह अन्य लोगों के लिए अनिवार्य नहीं रहता लेकिन अगर कोई भी उसे अंजाम न दे तो इसका पाप सभी पर होता है। जैसे सलाम का जवाब देना वाजिबे किफ़ाई है, अगर कोई किसी बैठक में पहुंच कर सलाम करता है और एक व्यक्ति भी उसका जवाब दे देता है तो अन्य लोगों के लिए जवाब देना ज़रूरी नहीं है लेकिन अगर किसी ने भी सलाम का जवाब न दिया तो सभी पापी होंगे।
आयतुल्लाह सीस्तानी से कोरोना वायरस में ग्रस्त लोगों का उपचार व देखभाल करने वाले डाॅक्टरों व नर्सों के बारे में सवाल पूछा गया था जिसके जवाब में उन्होंने कहा है कि जो लोग यह काम कर सकते हैं, उनके लिए यह काम वाजिबे किफ़ाई है और सभी संबंधित अधिकारियों को डाॅक्टरों व नर्सों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक क़दम उठाना चाहिए। उन्होंने अपने इस फ़त्वे में चिकित्सा विभाग से संबंधित सभी लोगों के काम को मूल्यवान और देश व राष्ट्र के लिए रणक्षेत्र में जा कर लड़ने वाले योद्धाओं के समान बताया है। आयतुल्लाह सीस्तानी ने आशा जताई है कि जो भी इस राह में अपने प्राण न्योछावर करेगा, उसे प्रलय में शहीद का दर्जा हासिल होगा। इराक़ में इस समय कोरोना वारयस से संक्रमित लोगों की संख्या 124 है जबकि अब तक दस लोग इस वायरस के कारण मर चुके हैं।
मालूम हो इंडिया में 6 करोड़ शिया इनकी तक़लीद में है और इनके फतवे पर अमल करता है,उनके इस फतवे के बाद शियाओ में सेवा भाव मे जागृति पैदा होने में इंक़लाब आएगा ऐसा भारत के धर्मगुरुओ का कहना है।
मालूम हो इससे पहले भी आयतुल्लाह सिस्तानी साहब से सवाल किया गया था कि इन दिनों कॅरोना वायरस के फैलाव को देखा जा रहा है लेहाज़ा आला दीनी कयादत आयतुल्लाह सिस्तानी साहब के नज़दीक इन अय्यामे में नमाज़े जमात में शिरकत का क्या हुक्म है।
उनका जवाब था इस किस्म के इजतेमात को ममनूअ किये जाने का मकसद कैरोना वायरस के फैलाव को रोकना है ।लिहाजा इस ममनुइयत की पाबंदी करना और इसे संजीदा लेना वाजिब है।