तहलका टुडे टीम /शूजा अब्बास
लखनऊ,बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक गुरुवार को लखनऊ में हुई. बैठक का उद्घघाटन केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया. नकवी ने दीप प्रज्वलित कर बैठक की शुरुआत की. पीडब्ल्यूडी के विश्वेश्वरैया हॉल में आयोजित इस बैठक के दौरान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य रोमाना, कुंवर इक़बाल की मौजूदगी के साथ हैदर अब्बास चान्द,अतहर अब्बास नकवी का जलवा रहा,एमएलसी बुक्कल नवाब कि माईक छिनायी,और हुई थप्पड कुशाई चर्चा का विषय बन गई इस दौरान पहले सेशन में संगठन मंत्री सुनील बंसल, राज्यमंत्री मोहसिन रजा, अल्पसंख्यक मोर्चा के तमाम पदाधिकारियों ने संबोधित किया. वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि दशकों से तथाकथित “सेक्युलर सिंडिकेट” की “तुष्टिकरण राजनीति” ने अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों के सशक्तिकरण का अपहरण कर रखा था।
श्री नकवी ने कहा कि पिछले लगभग साढ़े चार वर्षों के दौरान मोदी सरकार ने “वोट के सौदे” की राजनीति को ध्वस्त कर “विकास के मसौदे” पर आधारित “राष्ट्रनीति” के साथ काम किया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने “सबका साथ सबका विकास” एवं “सर्वस्पर्शी विकास” के मजबूत संकल्प के साथ काम किया है जिसका नतीजा है कि आज गरीब, कमजोर तबके, अल्पसंख्यक देश में हो रहे विकास के बराबर के हिस्सेदार-भागीदार बने हैं।
श्री नकवी ने कहा कि हम समाज को तोड़ने की राजनीति नहीं बल्कि समाज को जोड़ने की राष्ट्रनीति पर यकीन करते हैं। हमारी सरकार का विकास का मसौदा, “वोट का सौदा” नहीं है जिसका नतीजा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के प्रति देश के लोगों का विश्वास लगातार बढ़ा है। पिछले लगभग साढ़े 4 सालों में बीजेपी-एनडीए 8 राज्यों से बढ़कर 20 राज्यों में पहुंच गई हैं। अगर जनसंख्या के आधार पर बात करें, तो इन राज्यों में देश की करीब 70 फीसदी आबादी रहती है। 25 वर्षों बाद देश में सबसे ज्यादा विधायक भाजपा के पास हैं। इस समय भाजपा के पास लगभग 1 हजार 500 विधायक हैं। वहीँ लोकसभा और राज्यसभा में मिलाकर भाजपा के लगभग 350 सदस्य हैं।
श्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बिना किसी भेदभाव के विकास की रौशनी को हर जरूरतमंद तक पहुँचाया है।
नकवी ने कहा कि “प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम”, अल्पसंख्यकों सहित गरीब-कमजोर तबकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। आजादी के बाद पहली बार देश के 308 जिलों में अल्पसंख्यक समाज विशेषकर लड़कियों की शिक्षा हेतु मूलभूत सुविधाओं के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।
नकवी ने कहा कि “प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम” के तहत लड़कियों के शैक्षिक सशक्तिकरण एवं रोजगारपरक कौशल विकास को प्राथमिकता देते हुए स्कूल, कॉलेज, पॉलिटेक्निक, गर्ल्स हॉस्टल, आईटीआई, कौशल विकास केंद्र आदि का उन वंचित इलाकों में निर्माण कराया जा रहा है जहाँ आजादी के बाद से यह सुविधाएँ नहीं पहुँच पाई। श्री नकवी ने कहा कि मोदी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अल्पसंख्यक विशेषकर मुस्लिम लड़कियों का स्कूल ड्रॉपआउट रेट जो पहले 70-72 प्रतिशत था, वह अब घटकर लगभग 35-40 प्रतिशत रह गया है। हम इसे जीरो प्रतिशत करेंगे।
मोदी सरकार की बिना भेदभाव के “सम्मान के साथ सशक्तिकरण” की नीति का नतीजा है कि सिविल सर्विस में आजादी के बाद इस वर्ष सर्वाधिक अल्पसंख्यक समाज के 131 युवा चुने गए हैं, जिनमे 51 मुस्लिम समाज से हैं। पिछले वर्ष भी अल्पसंख्यक समाज के 126 युवा चुने गए थे जिनमे 52 मुस्लिम शामिल थे। केंद्र सरकार की नौकरियों में अल्पसंख्यकों की भागीदारी जहाँ 2014 में लगभग 4.9 प्रतिशत थी वह बढ़कर 9.8 प्रतिशत हो गई है।
सीखो ओर कमाओ, उस्ताद, गरीब नवाज कौशल विकास, नई मन्जिल आदि रोजगारपरक कौशल विकास योजनाओं के माध्यम से लगभग 5 लाख 43 हजार युवाओं को कौशल विकास व रोजगार-रोजगार के अवसर मुहैय्या कराये गए हैं। “हुनर हाट” के माध्यम से पिछले 1 वर्ष में लगभग 1 लाख 50 हजार अल्पसंख्यक समुदाय के दस्तकारों/शिल्पकारों को ना केवल रोजगार-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गए हैं बल्कि उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मार्किट-मौका भी मुहैया कराया गया है।
बैठक में बीजेपी के एमएलसी बुक्कल नवाब ने अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर बोलना शुरू किया. इस दौरान उन्होंने विवादित स्थल पर मस्जिद बनाने की बात जैसे ही कही. बैठक में हंगामा शुरू हो गया. सभी कार्यकर्ता बुक्कल नवाब का विरोध करने लगे. इसके बाद बुक्कल नवाब को मंच से धक्के मार कर हटा दिया गया. लोगों ने बुक्कल नवाब के बयान पर कड़ी नाराजगी दर्ज कराई.
हालांकि बुक्कल नवाब ने अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक में बवाल के बाद सफाई दी कि उन्होंने ऐसी कोई विवादित बात नहीं की. दरअसल कुछ लोग उनकी बात समझ नहीं सके. उन्होंने बस इतना कहा कि ‘अगर मस्जिद बन भी गई तो वहां नमाज़ नहीं हो सकती’. उनकी इस बात को बेवजह मुद्दा बनाया गया.
इस दौरान कार्यक्रम में आए कार्यकर्ताओं को संगठन की तरफ निर्देश दिया गया कि प्रदेश भर में केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंचा जाए. साथ ही बैठक में लोकसभा चुनाव को देखते हुए अल्पसंख्यक समुदाय में खासकर रूठे मुस्लिम समुदाय को पार्टी से जोड़ने पर बल दिया गया.